tag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post30295862439545516..comments2024-03-05T14:36:27.519+05:30Comments on anupama's sukrity : मान्यताएँ ....(क्षणिकाएं)Anupama Tripathihttp://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-30094436658988786122015-02-28T08:22:07.120+05:302015-02-28T08:22:07.120+05:30आस्था कभी डिगने नहीं देती,संकोच भटकने नहीं देता और...आस्था कभी डिगने नहीं देती,संकोच भटकने नहीं देता और नदी तो वही है जो बहती है...अति भावपूर्ण रचना के लिए बधाई अनुपमा जी...Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-37180976887456345812015-02-27T11:24:00.635+05:302015-02-27T11:24:00.635+05:30सभी क्षणिकाएँ मजबूती से चेतनशील होने की ओर इंगित क...सभी क्षणिकाएँ मजबूती से चेतनशील होने की ओर इंगित करती है <br /><a href="http://www.onlinegatha.com/onlinegatha-services" rel="nofollow">ebook publisher india</a>Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13627285726857394018noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-3803703256063538942015-02-24T13:03:33.293+05:302015-02-24T13:03:33.293+05:30बहुत सुन्दर रचना ...बहुत सुन्दर रचना ...कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-74459058733448878492015-02-23T20:31:23.064+05:302015-02-23T20:31:23.064+05:30सुन्दर सार्थक रचना...सभी में जीवन दर्शन क बोध होता...सुन्दर सार्थक रचना...सभी में जीवन दर्शन क बोध होता हैMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-43512511493588704992015-02-23T18:50:06.242+05:302015-02-23T18:50:06.242+05:30सार्थक प्रस्तुति।
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा क...सार्थक प्रस्तुति।<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल मंगलवार (24-02-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "इस आजादी से तो गुलामी ही अच्छी थी" (चर्चा अंक-1899) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-73281350280200498622015-02-23T18:48:39.212+05:302015-02-23T18:48:39.212+05:30सार्थक प्रस्तुति।
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा क...सार्थक प्रस्तुति।<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल मंगलवार (24-02-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "इस आजादी से तो गुलामी ही अच्छी थी" (चर्चा अंक-1899) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-41210307744542889102015-02-23T12:08:30.118+05:302015-02-23T12:08:30.118+05:30कुछ ही पंक्तियों में जीवन दर्शन सिमिट आया हो जैसे ...कुछ ही पंक्तियों में जीवन दर्शन सिमिट आया हो जैसे ... <br />सुन्दर ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-65363499293472273122015-02-23T07:48:25.504+05:302015-02-23T07:48:25.504+05:30सभी क्षणिकाएँ मजबूती से चेतनशील होने की ओर इंगित क...सभी क्षणिकाएँ मजबूती से चेतनशील होने की ओर इंगित करती है ....Rahul...https://www.blogger.com/profile/11381636418176834327noreply@blogger.com