tag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post4965580886369388754..comments2024-03-05T14:36:27.519+05:30Comments on anupama's sukrity : सुरमई सांझ ढल रही है ...!!Anupama Tripathihttp://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comBlogger38125tag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-42030423587012839082011-06-26T15:13:02.237+05:302011-06-26T15:13:02.237+05:30namaskaar...aapke blog par yahan se aana ho saka.....namaskaar...aapke blog par yahan se aana ho saka.. http://sameekshaamerikalamse.blogspot.com/2011/06/blog-post_25.html<br /><br />sacmuch aapki is rachna ko padh ke hi samjha ja sakta hai ki aapko sangeet aur sanskriti se kitna prem hai...<br /><br />:)अर्यमन चेतस पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/15427185873094948562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-59819535848267633472011-06-16T10:14:18.291+05:302011-06-16T10:14:18.291+05:30सुन्दर रचना .सुन्दर रचना .Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-5287374338955761902011-06-13T10:47:52.182+05:302011-06-13T10:47:52.182+05:30कुछ व्यक्तिगत कारणों से पिछले 15 दिनों से ब्लॉग से...कुछ व्यक्तिगत कारणों से पिछले 15 दिनों से ब्लॉग से दूर था <br />इसी कारण ब्लॉग पर नहीं आ सका !संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-85703141110137654032011-06-13T10:47:43.713+05:302011-06-13T10:47:43.713+05:30कैसे खो गया ...?
सोचते सोचते क्लांत ...!
मन अंसुअन...कैसे खो गया ...?<br />सोचते सोचते क्लांत ...!<br />मन अंसुअन रो -रो गया ...!!<br /><br />आपने बिलकुल सही बात कही है.....सुन्दर अभिव्यक्तिसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-27223900950915188012011-06-12T15:08:31.907+05:302011-06-12T15:08:31.907+05:30पूरिया, मारवा और पूरिया धनाश्री बहुत कर्णप्रिय राग...पूरिया, मारवा और पूरिया धनाश्री बहुत कर्णप्रिय राग हैं। इनको प्रतीक बनाकर कविता के माध्यम से भावों को अभिव्यक्त करना अच्छा लगा।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-55625612249191472692011-06-12T06:04:38.147+05:302011-06-12T06:04:38.147+05:30आपने मेरे विचारों को,मेरे मन के भावों को ,हमारे सु...आपने मेरे विचारों को,मेरे मन के भावों को ,हमारे सुरीले इतिहास को पढ़ा और सराहा भी ...आपका बहुत बहुत धन्यवाद ...!सबसे अच्छी बात मुझे ये लगी कि मेरे पास कई सन्देश ये कहते हुए आये कि "समस्या इतनी गंभीर भी नहीं है जितनी तुम सोच रही हो ".....तब लगा मेरा लिखना सार्थक हो गया है ..!!आप सभी से जुड़ कर अब मेरी आस्था गहराने लगी है ....अपना आशीष और सद्भाव बनाये रहिएगा ...!!नमस्कार ..!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-32134575941597790832011-06-11T17:54:25.646+05:302011-06-11T17:54:25.646+05:30कविता अति सुन्दर..
रागों के बारे में जानकारी बहु...कविता अति सुन्दर..<br /><br />रागों के बारे में जानकारी बहुत अच्छी लगी .Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-82455601775176120402011-06-11T11:55:24.375+05:302011-06-11T11:55:24.375+05:30आशा है अगली पोस्ट में तीनों रागों का आरोह अवरोह और...आशा है अगली पोस्ट में तीनों रागों का आरोह अवरोह और मुखड़ा सुनने को मिलेगा ...<br />पूरिया धनश्री .... एक बार सुना था ये गाना "मेरी साँसों को जो महका रही है .... " शायद इसी राग में है ...... आह सोच कर ही मज़ा आ रहा है ... आपने अभी से मूड बदल दिया ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-91324874974625813942011-06-11T07:23:07.087+05:302011-06-11T07:23:07.087+05:30"हमारा ...
अखंड विश्वास हमारा..........
सुरी..."हमारा ...<br />अखंड विश्वास हमारा..........<br />सुरीला इतिहास हमारा ...<br />कहाँ ..कब .....<br />कैसे खो गया ...?<br />सोचते सोचते क्लांत ...!<br />मन मेघन बरस गया ...!!"<br />हम धीरे-धीरे अपना गौरवशाली अतीत भूलते जा रहे हैं.जरुरत इसे संजोने की है,गर्व से इसे अपना बनाने की है.रहे आसान नहीं होती.गुणों को बच्चों और बुजुर्गों की तरह संभालना पड़ता है.संगीत की विभिन्न विधाओं के माध्यम से एक स्थाई संदेश.सारगर्भित !Rajivhttps://www.blogger.com/profile/05867052446850053694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-36241137067972838182011-06-11T00:16:38.103+05:302011-06-11T00:16:38.103+05:30अखंड विश्वास हमारा..........
सुरीला इतिहास हमारा ....अखंड विश्वास हमारा..........<br />सुरीला इतिहास हमारा ...<br />कहाँ ..कब .....<br />कैसे खो गया ...?<br />सोचते सोचते क्लांत ...!<br />मन अंसुअन रो -रो गया ...!!<br /><br />बहुत ही बढ़िया रचना है,<br />साभार-<a href="http://vivj2000.blogspot.com/" rel="nofollow"><b> विवेक जैन </b><i>vivj2000.blogspot.com</i></a>Vivek Jainhttps://www.blogger.com/profile/06451362299284545765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-88108190716222903682011-06-10T22:21:52.629+05:302011-06-10T22:21:52.629+05:30हमें तो संगीत के बारे में ज्यादा मालूम नहीं है जो ...हमें तो संगीत के बारे में ज्यादा मालूम नहीं है जो अच्छा लगा वह सुन लिया |रगों की विशेषता बताने के लिए धन्यवादSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-42154663964546058112011-06-10T22:21:03.442+05:302011-06-10T22:21:03.442+05:30वाह खूबसूरत शब्द , खूबसूरत ताना बाना और सुन्दर सन्...वाह खूबसूरत शब्द , खूबसूरत ताना बाना और सुन्दर सन्देश.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-92150245624954608582011-06-10T16:50:45.894+05:302011-06-10T16:50:45.894+05:30प्रभावी अभिव्यक्ति........प्रभावी अभिव्यक्ति........निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-1011676923656762622011-06-10T14:27:57.204+05:302011-06-10T14:27:57.204+05:30वाह संगीत के साथ आपने हमारे अखंड वैभवशाली इतिहास क...वाह संगीत के साथ आपने हमारे अखंड वैभवशाली इतिहास को याद दिला दिया ..अद्भुत ...संगीत की मैं विद्यार्थी रही किन्तु उतने समय में डॉक्टर की पढ़ाई और फिर चिकित्सक के कर्तव्य के बीच इसकी थीओरी को भूल गयी ... हां गीत गुनगुनाती हूँ आज भी.. राग यमन राग बागेश्वरी आदि... आपने मुझे मेरा इतिहास भी याद दिला दिया .. उम्दा .. आपका लिखने का अंदाज भी बेमिसालडॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-89264216667185715512011-06-10T06:35:40.738+05:302011-06-10T06:35:40.738+05:30मेरे लिए कई नई सूचनाएं - अच्छा लगा - वाह - हो सके ...मेरे लिए कई नई सूचनाएं - अच्छा लगा - वाह - हो सके तो अनादी को अनादि कर लें.<br />सादर<br />श्यामल सुमन<br />09955373288<br />www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-35591464056002684652011-06-09T23:13:05.960+05:302011-06-09T23:13:05.960+05:30Anupama this is a beautiful poem with diligently c...Anupama this is a beautiful poem with diligently chosen words which remind us of our beautiful treasure of Indian classical music.<br /> I pray the ALMIGHTY to help the people like YOU who are trying there best to preserve this culture.meenahttps://www.blogger.com/profile/00610012818244532402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-4381063891792492822011-06-09T17:54:49.198+05:302011-06-09T17:54:49.198+05:30बहुत अद्भुत जानकारी मिल रही है...आभार!!बहुत अद्भुत जानकारी मिल रही है...आभार!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-44178273588609019612011-06-09T17:01:00.498+05:302011-06-09T17:01:00.498+05:30अभिव्यक्ति् सुन्दर हैअभिव्यक्ति् सुन्दर हैAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/14612724763281042484noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-71465569496774085852011-06-09T16:56:14.950+05:302011-06-09T16:56:14.950+05:30हम पुरे मनोयोग से आपकी कक्षा में उपस्थित है . पिछ...हम पुरे मनोयोग से आपकी कक्षा में उपस्थित है . पिछली कक्षाओ से अनुपस्थित रहने का दुःख है . हम गुने जा रहे है .ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-35729917758861578252011-06-09T15:46:03.597+05:302011-06-09T15:46:03.597+05:30सुन्दर अभिव्यक्ति - इतिहास पर हम तो गर्व कर रहे है...सुन्दर अभिव्यक्ति - इतिहास पर हम तो गर्व कर रहे हैं - पर क्या हम आने वाली पीढ़ी के लिए गर्व करने योग्य कुछ बनायेंगे - या नहीं - यह असली बात है ...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-26246637160720723072011-06-09T14:56:29.401+05:302011-06-09T14:56:29.401+05:30मन जब बरसता है तो अश्रु ही तो निकलते हैं...शब्दों ...मन जब बरसता है तो अश्रु ही तो निकलते हैं...शब्दों के बदलने से भाव तो नहीं बदल जाते.. संगीत के रागों से परिचय करवाती बहुत सुंदर कविता के लिये बधाई और मीनाजी के साथ आपको भी शुभकामनाएँ !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-39904261443720812632011-06-09T13:54:14.004+05:302011-06-09T13:54:14.004+05:30पहले मैंने कविता का अंत किया था :
सोचते सोचते क्ला...पहले मैंने कविता का अंत किया था :<br />सोचते सोचते क्लांत ...<br />मन अंसुअन रो -रो गया ..!!<br />आज सुबह मेरी मेरी बहुत ही प्यारी मित्र -मीना का फ़ोन आया और कहने लगी अंतिम पंक्ति कविता बहुत उदास कर रही है ....कविता का उठाव गिर गया है ...कहीं शायद ते बात मेरे अंदर भी खटक रही थी ...मैंने अंत बदल कर अब<br />सोचते सोचते क्लांत ...<br />मन मेघन बरस गया ....!!<br />कर दिया है ...!!<br />अब मुझे भी अंत बेहतर लग रहा है .<br />Thanks Meena for all your love and warmth.Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-26052780939525276662011-06-09T11:47:53.941+05:302011-06-09T11:47:53.941+05:30बढिया हैबढिया हैमहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-3604954323513062662011-06-09T11:36:26.081+05:302011-06-09T11:36:26.081+05:30बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति।बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-86084831889469973822011-06-09T11:22:53.802+05:302011-06-09T11:22:53.802+05:30आपका ज्ञान संगीत तक ही सिमित नहीं है आप बहुत ही अच...आपका ज्ञान संगीत तक ही सिमित नहीं है आप बहुत ही अच्छी कवियेत्री भी हैं...मन के भावों को अनूठे शब्दों से सजाया है आपने...मेरी बधाई स्वीकारें. हमारे संगीत ज्ञान में बढ़ोतरी कराने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया .<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.com