tag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post5234551448937148590..comments2024-03-05T14:36:27.519+05:30Comments on anupama's sukrity : प्रतीक्षारत मन ........!Anupama Tripathihttp://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-63935474508992989222011-04-12T14:49:36.572+05:302011-04-12T14:49:36.572+05:30A meaningful prayer !A meaningful prayer !बाबुषाhttps://www.blogger.com/profile/05226082344574670411noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-12621566053536407732011-04-12T07:29:16.441+05:302011-04-12T07:29:16.441+05:30बेहद खूबसूरत रचना है आपकी...बधाईबेहद खूबसूरत रचना है आपकी...बधाईसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-57791164515925615602011-04-10T11:25:07.535+05:302011-04-10T11:25:07.535+05:30उस पूर्ण को पाने की प्रतीक्षा का ही नाम जीवन है।
आ...उस पूर्ण को पाने की प्रतीक्षा का ही नाम जीवन है।<br />आध्यात्मिक भावों से ओत-प्रोत सुंदर कविता।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-54094389843126345332011-04-09T14:25:09.024+05:302011-04-09T14:25:09.024+05:30Samunder se gaheree your yet another poem....'...Samunder se gaheree your yet another poem....'BRILLIANT' AnupamaAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/05544026390154568154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-45072463493873036742011-04-09T13:16:27.135+05:302011-04-09T13:16:27.135+05:30दृढ़ प्रतीति है मेरी -
द्वार तुम्हारे -
हे प्रभ...दृढ़ प्रतीति है मेरी -<br />द्वार तुम्हारे -<br />हे प्रभु .....<br />देर तो है ......<br />अंधेर नहीं .......!<br /><br />यही आशा है जो जीने के लिये प्रेरित करती है और हौसला बढाती है ! बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-35466907754518654762011-04-09T12:58:44.249+05:302011-04-09T12:58:44.249+05:30नैनो में आस -
अभी बाकी है ....
मीन के ह्रदय में भी...नैनो में आस -<br />अभी बाकी है ....<br />मीन के ह्रदय में भी -<br />प्यास अभी बाकी है ....<br /><br />तुम्हारी ही खोज में -<br />समुद्र की लहरें -<br />लहर लहर मारें .....<br />आशा मेरी सवारें -<br />लातीं मुझे किनारे -<br />अनुपमा जी बहुत ही सुंदर और प्यारी सी कविता के लिए आपको बधाई और शुभकामनाएं |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-66852219002830320132011-04-09T12:58:44.066+05:302011-04-09T12:58:44.066+05:30नैनो में आस -
अभी बाकी है ....
मीन के ह्रदय में भी...नैनो में आस -<br />अभी बाकी है ....<br />मीन के ह्रदय में भी -<br />प्यास अभी बाकी है ....<br /><br />तुम्हारी ही खोज में -<br />समुद्र की लहरें -<br />लहर लहर मारें .....<br />आशा मेरी सवारें -<br />लातीं मुझे किनारे -<br />अनुपमा जी बहुत ही सुंदर और प्यारी सी कविता के लिए आपको बधाई और शुभकामनाएं |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-27941738044249202312011-04-08T15:38:36.749+05:302011-04-08T15:38:36.749+05:30कल "शनिवासरीय चर्चा" में आपके ब्लाग की &...कल "शनिवासरीय चर्चा" में आपके ब्लाग की "स्पेशल काव्यमयी चर्चा" की जा रही है...आप आये और अपने सुंदर पोस्टों की सुंदर काव्यमयी चर्चा देखे और अपने सुझावों से अवगत कराये......at http://charchamanch.blogspot.com/<br />(09.04.2011)Er. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-70567203220732660782011-04-07T20:09:27.998+05:302011-04-07T20:09:27.998+05:30gahan abhivyakti.gahan abhivyakti.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-64418349564791630392011-04-07T15:34:20.166+05:302011-04-07T15:34:20.166+05:30दृढ़ प्रतीति है मेरी -
द्वार तुम्हारे -
हे प्रभ...दृढ़ प्रतीति है मेरी -<br />द्वार तुम्हारे -<br />हे प्रभु .....<br />देर तो है ......<br />अंधेर नहीं .......!<br /><br />किन्तु फिर भी -<br />रह जाती है.......... <br />मेरी प्रतीक्षा शेष .....!<br />और मैं ........<br />पुनश्च डूब जाती हूँ ..<br />समुद्र की गहराइयों में ..<br /><br />अनुपमा जी ...यही विश्वाश जीने का संबल है और यही विश्वाश अनवरत प्रतीक्षा करने के लिए आवश्यक उर्जा भी देता है <br />आपकी प्रतीक्षा और आपका विश्वाश दोनो ही स्तुत्य हैं !आनंदhttps://www.blogger.com/profile/06563691497895539693noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-12003152704104235122011-04-06T22:19:22.365+05:302011-04-06T22:19:22.365+05:30पर.........
मिट जाते हैं तुम्हारे
कदमों के निशां...पर.........<br />मिट जाते हैं तुम्हारे <br />कदमों के निशां......<br />होता तो है आभास ..<br />तुम्हारे अस्तित्व का......<br />विद्यमान है प्रभास .......!!<br /><br />bahut sunder.........<br /><br />jab tak koi aankho se door na ho uske vidyaman hone na hone ka mahatwa pata nahi chalta..........CS Devendra K Sharma "Man without Brain"https://www.blogger.com/profile/14027886343199459617noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-52061625547111360872011-04-06T21:35:02.336+05:302011-04-06T21:35:02.336+05:30प्रकृति , भक्ति , संस्कृति , संगीत और अब दर्शन . स...प्रकृति , भक्ति , संस्कृति , संगीत और अब दर्शन . सब भावों को बहुत सरलता से व्यक्त कर लेती है आपकी कवितायेँ .Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08928212793008107322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-84698389507828491032011-04-06T19:26:39.051+05:302011-04-06T19:26:39.051+05:30पर.........
मिट जाते हैं तुम्हारे कदमों के निशां....पर.........<br />मिट जाते हैं तुम्हारे कदमों के निशां....<br /><br />यह क़दमों के निशां कुछ सीख तो दे जाते हैं ..बहुत गहरे भावों से भरी प्रस्तुति ...आपका आभारकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-38905495056439480052011-04-06T18:46:59.378+05:302011-04-06T18:46:59.378+05:30बहुत सुन्दर रचना!
बधाई!बहुत सुन्दर रचना!<br />बधाई!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-27939198657303364962011-04-06T18:15:53.879+05:302011-04-06T18:15:53.879+05:30नमस्कार वंदना जी ,
बहु...नमस्कार वंदना जी , <br /> बहुत बहुत धन्यवाद मेरी रचना को चर्चा -मंच पर लेने के लिए |जो कुछ प्रभु ने दिया है क्या उससे मन संतुष्ट हो जाता है ...?जो है उससे और अच्छा करने की इच्छा मन में बनी ही रहती है |हमारे चारों ओर फैले प्रभास में इश्वर का आभास तो होता है पर फिर भी इश्वर की खोज में --या यूँ कहें -कुछ अच्छा करने की चाह में भटकता है मन ...... <br />punah dhanyavad meri rachna ko charcha manch par lene ke liye .Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-89854240896651537642011-04-06T17:25:37.430+05:302011-04-06T17:25:37.430+05:30पानी में मीन प्यासी रे मुझे सोचत आवे हांसी रे...
...पानी में मीन प्यासी रे मुझे सोचत आवे हांसी रे...<br /><br />बेहद खूबसूरत रचना है आपकी...बधाई स्वीकारें..नीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-28666934661098093472011-04-06T15:11:29.150+05:302011-04-06T15:11:29.150+05:30मीन के ह्रदय में भी -
प्यास अभी बाकी है ...
बहुत ...मीन के ह्रदय में भी -<br />प्यास अभी बाकी है ...<br /><br />बहुत सुन्दर भावों कोपिरोया है शब्दों मेंसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-44886340676486361712011-04-06T11:43:22.250+05:302011-04-06T11:43:22.250+05:30आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति भी कल...आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी<br /> प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है<br />कल (7-4-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट<br /> देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर<br />अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।<br /><br />http://charchamanch.blogspot.com/vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-61951229011964175762011-04-06T11:32:08.987+05:302011-04-06T11:32:08.987+05:30मीन के ह्रदय में भी -
प्यास अभी बाकी है ....
जल क...मीन के ह्रदय में भी -<br />प्यास अभी बाकी है ....<br /><br />जल के अन्दर मीन के ह्रदय की प्यास !- कौन समझ पाता है , शानदार भावनारश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-29652312346953145752011-04-06T09:43:42.050+05:302011-04-06T09:43:42.050+05:30Tu kisi aur ke liye hoga samander-e-ishq...
hum to...Tu kisi aur ke liye hoga samander-e-ishq...<br />hum to rooz tere sahil se piyase guzar jatay hain..!!<br /><br />RenuAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-42472753918277670432011-04-06T08:49:37.064+05:302011-04-06T08:49:37.064+05:30रह जाती है..........
मेरी प्रतीक्षा शेष .....!
औ...रह जाती है.......... <br />मेरी प्रतीक्षा शेष .....!<br />और मैं ........<br />पुनश्च डूब जाती हूँ ..<br />समुद्र की गहराइयों में .........!!!!!!!<br /><br />pyari si rachna! kuchh dhundhti hui...!मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-88970436107563652712011-04-06T08:00:11.064+05:302011-04-06T08:00:11.064+05:30मीन के ह्रदय में भी -
प्यास अभी बाकी है ....
बहुत...मीन के ह्रदय में भी -<br />प्यास अभी बाकी है ....<br /><br />बहुत ही गहरी प्रस्तुति, सब सुविधाओं के बीच भी लगता है कि बहुत कुछ नहीं है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com