tag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post7714141268635055134..comments2024-03-05T14:36:27.519+05:30Comments on anupama's sukrity : टिमटिमाता हुआ ... एक दिया ..Anupama Tripathihttp://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comBlogger40125tag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-31548923346378377302012-10-08T17:36:48.164+05:302012-10-08T17:36:48.164+05:30आशा का एक नन्हा सा दीप भी निराशा के महातम को क्षण ...आशा का एक नन्हा सा दीप भी निराशा के महातम को क्षण में दूर कर देता है..बहुत सुंदर भावपूर्ण रचना ! बापू को नमन. Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-61020567550656352912012-10-08T14:37:44.493+05:302012-10-08T14:37:44.493+05:30अमृता जी ....मुझसे अपनी खुशी छुपाई नहीं जाती |कभी ...अमृता जी ....मुझसे अपनी खुशी छुपाई नहीं जाती |कभी कभी इतनी ज्यादा छलक जाती है की मैं स्वयं ही समझ नहीं पाती हूँ |आपकी महानता ही छिपी है आपके लेखन में ,मैं उसी को गुनने का प्रयत्न करती रहती हूँ ...!!सच कहूँ अच्छा लगता है ये सोच कर कि आप मेरी प्रशंसक हैं |बहुत आभार आपका ...यही प्रेम बनाए रहिएगा ...!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-50245943763971078262012-10-08T14:20:59.149+05:302012-10-08T14:20:59.149+05:30क्या अनुपमा जी , आपने कुछ नहीं बहुत ही ज्यादा नहीं...क्या अनुपमा जी , आपने कुछ नहीं बहुत ही ज्यादा नहीं कह दिया ऊपर प्रत्युत्तर में . मैं जब भी आपको पढ़ती हूँ तो मंत्रमुग्ध हो जाती हूँ..अभी भी मेरी वही भाव-दशा है . Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-37319097617124581182012-10-06T01:29:10.742+05:302012-10-06T01:29:10.742+05:30बहुत ख़ूब! वाह!
कृपया इसे भी देखें-
नाहक़ ही प्य...बहुत ख़ूब! वाह!<br /><br />कृपया इसे भी देखें-<br /><br /><a href="http://cbmghafil.blogspot.in/2012/10/blog-post.html" rel="nofollow"><b>नाहक़ ही प्यार आया</b></a>चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-39273191604005645312012-10-05T15:49:13.850+05:302012-10-05T15:49:13.850+05:30
सभ्यता संस्कृति हमारी आत्मा है इसीसे नव निर्माण...<br />सभ्यता संस्कृति हमारी आत्मा है इसीसे नव निर्माण की अपेक्षा कर सकते है !भावपूर्ण प्रस्तुती ...<br />Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-52759136322926518882012-10-05T10:54:34.960+05:302012-10-05T10:54:34.960+05:30आपने बहुत ही अच्छा लिखा है ... इस उत्कृष्ट लेखन...आपने बहुत ही अच्छा लिखा है ... इस उत्कृष्ट लेखन के लिए आभारसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-59936882821212314472012-10-04T23:21:16.307+05:302012-10-04T23:21:16.307+05:30दीप छोटा किन्तु प्रेरणा बड़ी प्रदान करता है। ठीक उ...दीप छोटा किन्तु प्रेरणा बड़ी प्रदान करता है। ठीक उसी तरह जैसे आपकी टिप्पणी।गिरधारी खंकरियालhttps://www.blogger.com/profile/07381956923897436315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-57181148921007228542012-10-04T23:20:52.818+05:302012-10-04T23:20:52.818+05:30दीप छोटा किन्तु प्रेरणा बड़ी प्रदान करता है। ठीक उ...दीप छोटा किन्तु प्रेरणा बड़ी प्रदान करता है। ठीक उसी तरह जैसे आपकी टिप्पणी।गिरधारी खंकरियालhttps://www.blogger.com/profile/07381956923897436315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-76241579105267807652012-10-04T15:05:28.805+05:302012-10-04T15:05:28.805+05:30आपकी रचना ...अपनी बात कहने का आपका अंदाज़ बहुत पस...आपकी रचना ...अपनी बात कहने का आपका अंदाज़ बहुत पसंद आया....बधाई Sarashttps://www.blogger.com/profile/04867240453217171166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-29907730089744820492012-10-04T09:01:40.079+05:302012-10-04T09:01:40.079+05:30खूबसूरत....बहुत ही सुन्दर कविता है...पोजिटिव कविता...खूबसूरत....बहुत ही सुन्दर कविता है...पोजिटिव कविता कहूँगा...एक उम्मीद और आस जगाती हुई :)abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-35731303827018957352012-10-03T21:17:54.308+05:302012-10-03T21:17:54.308+05:30बहुत अच्छे भाव. लौ मद्धिम ही सही पर दीपक का प्रदीप...बहुत अच्छे भाव. लौ मद्धिम ही सही पर दीपक का प्रदीप्त रहना बहुत जरूरी है. नवभारत के निर्माण के लिए उस दीपक की सतत रौशनी बहुत ज़रूरी है.ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-18642641144932036982012-10-03T21:11:35.711+05:302012-10-03T21:11:35.711+05:30सत्य की टिमटिमाती सी लौ ....
प्रकाश पुंज अविनाशी ....सत्य की टिमटिमाती सी लौ ....<br />प्रकाश पुंज अविनाशी ....!!<br /><br />वाह! बहुत ही अनुपम प्रस्तुति है आपकी.<br /><br />अमृता और अनुपमा एक ही लग रहीं हैं.<br />अनुपमा की हर कृति अमृता <br />और अमृता की हर कृति अनुपमा <br />दिखती है मुझे.क्यूंकि,एक ही सत्य की <br />टिमटिमाती सी लौं प्रकाश पुंज अविनाशी है <br />दोनों के हृदय में.<br /><br />हार्दिक आभार,अनुपमा जी. Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-85822633742665614272012-10-03T20:28:02.807+05:302012-10-03T20:28:02.807+05:30सुन्दर कविता और सुनहरी कलम पर उत्साहवर्धन हेतु विन...सुन्दर कविता और सुनहरी कलम पर उत्साहवर्धन हेतु विनम्र आभार |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-51217657207725842662012-10-03T18:29:37.367+05:302012-10-03T18:29:37.367+05:30बधाई हो!
बीत गया है दो अक्टूबर!
अब एक साल बाद ही य...बधाई हो!<br />बीत गया है दो अक्टूबर!<br />अब एक साल बाद ही याद आयेंगी ये महान विभूतियाँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-4040309752668630422012-10-03T18:23:25.336+05:302012-10-03T18:23:25.336+05:30सुंदर रचना !सुंदर रचना !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-57910773077420792382012-10-03T16:03:18.072+05:302012-10-03T16:03:18.072+05:30संध्या जी बहुत आभार आज ब्लॉग4वार्ता पर मेरी रचना ल...संध्या जी बहुत आभार आज ब्लॉग4वार्ता पर मेरी रचना लेने के लिए ...!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-19942637934727043812012-10-03T15:40:44.112+05:302012-10-03T15:40:44.112+05:30बापू और शास्त्री जी को शत शत नमन। आज बहुत दुख होता...बापू और शास्त्री जी को शत शत नमन। आज बहुत दुख होता है जो लोग फेसबूक मे बापू के बारे मे उल्टा सीधा कमेंट करते हैं। जो इंसान देश के लिए उमरभर लड़ता रहा उसके लिए आजकी पीढ़ी की सोच बहुत तुछ हो गई। खूबसूरत रचना के लिए आभार Rajputhttps://www.blogger.com/profile/08136572133212539916noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-63319997312094529202012-10-03T13:47:55.686+05:302012-10-03T13:47:55.686+05:30बहुत खूबसूरत लेखन !गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री...बहुत खूबसूरत लेखन !गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी को नमनMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-22176206861698622442012-10-03T11:38:11.481+05:302012-10-03T11:38:11.481+05:30बहुत सुन्दर रचना गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री ज...बहुत सुन्दर रचना गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी को नमन Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-71667466691249018362012-10-03T08:38:07.708+05:302012-10-03T08:38:07.708+05:30:):):):)वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-64694303679193678462012-10-03T08:37:51.573+05:302012-10-03T08:37:51.573+05:30उच्छ्वास से उल्लास में बदलता हुआ एक छोटा दिया ही क...उच्छ्वास से उल्लास में बदलता हुआ एक छोटा दिया ही काफी है अंतर्मन की रौशनी के लिए !<br />बापू और शास्त्रीजी ऐसे ही दीपक थे !<br />बहुत खूबसूरत लेखन !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-50978301934820896352012-10-03T08:01:50.182+05:302012-10-03T08:01:50.182+05:30महान विभूतियों की याद में एक महान रचना |महान विभूतियों की याद में एक महान रचना |amit kumar srivastavahttps://www.blogger.com/profile/10782338665454125720noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-7767932780130159792012-10-03T07:54:57.946+05:302012-10-03T07:54:57.946+05:30आभार ...बहुत आभार ...आपकी पारखी नज़रों का रहता है ...आभार ...बहुत आभार ...आपकी पारखी नज़रों का रहता है ...मेरी रचना को इंतज़ार ...अपना स्नेह एवं आशीर्वाद बनाए रखें ....!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-90546754070998129752012-10-03T07:27:57.761+05:302012-10-03T07:27:57.761+05:30कुछ प्रकाश तो था ...
क्षीर्ण (क्षीण ) होती आशाओं म...कुछ प्रकाश तो था ...<br />क्षीर्ण (क्षीण ) होती आशाओं में ..........क्षीण <br /><br /><br />उच्छास(उच्छ्वास ) को उल्लास में बदलता हुआ ........उच्छ्वास ........<br /><br /><br />एक विश्वास है मन मे .(में )......आस्था है ....बापू ....इस नव भारत में ,इस भारती मे (में )........में /.......में ....<br /><br />प्रासंगिक रचना गांधी जयंती पर .बधाई .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1256317236222701096.post-34303974736343388112012-10-03T05:55:24.158+05:302012-10-03T05:55:24.158+05:30उम्दा रचना...
दोनों को शत शत नमन!!उम्दा रचना...<br /><br /><br />दोनों को शत शत नमन!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com