30 August, 2021

चेतना अपरिमित !!

Must Chant Mantras To Impress Lord Krishna

चेतना अपरिमित 

कृष्णा की बांसुरी भई 

गलियन गलियन 

कूल कूल कूजित ,

संग संग  

कोकिल के नव गान से ,

भ्रमर की नव राग से ,

ज्योतिर्मय आभा की हुलास से 

मयूर के उल्लास से 

राधिका  के अनुराग से 

सृष्टि पूरित  !!

चेतना अपरिमित !!!

अनुपमा त्रिपाठी 

  "सुकृति "

10 comments:

  1. सर्वं सुमधुरं कृष्णं

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  2. कृष्ण को समर्पित सुंदर भाव भरी रचना।

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  3. अत्यंत भावपूर्ण सृजन प्रिय अनुपमा जी।
    -----
    तेरी मुरली की तान पे
    सुध बुध बिसराने दे
    लगा अधर मुरलिया
    मोहे तू जग बिसराने दे।
    ----
    सस्नेह।

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  4. कृष्ण का भाव ही प्रेम है, अनुभूति है, प्राकृति है ...
    बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना ...

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  5. मन हुआ मुदित अपरिमित हुलास से । अति सुन्दर सुकृति ।

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  6. बहुत सुन्दर कृष्णा रचना

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  7. बहुत सुन्दर कृष्णा रचना

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  8. बाँसुरी के स्वर में इतनी विविध चेतनाओं का संचार है तभी तो सुनने वाला मोहित, भ्रमित होकर दीवाना होता है।
    सुंदर भाव सृजन।

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  9. वाह! कृष्णमयी रचना

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नमस्कार ...!!पढ़कर अपने विचार ज़रूर दें .....!!