13 May, 2012

ये जीवन की अनगिन कहानी गहूँ मैं ...!!

13thMay ..माँ आसपास ही हैं आज ....!
१३ मई....:)  खुश होने की बहुत सारी  वजह हैं आज .......!
*मदर्स डे
*गुरु जी ,श्री श्री जी ,का जन्मदिन
*एक और है जो आप पोस्ट पढ़ कर अंदाज़ा लगा लेंगे ....!


........आज सोच रही हूँ ,समय किस रफ़्तार से भागता है ..?
जितना गुजार गया अब उतना तो बाकी नहीं है |जो भी जीवन दिया माँ  ,तुमने  ......भरपूर जिया है अभी तक ....!विभिन्न घट जीवन के ,सुख के ...दुःख के ...हँसी के ..आंसू के ......भर रही हूँ  ...धीरे धीरे ...!
बस ....कृतज्ञ हूँ ...!!
सच कहूँ तो ....मन तो बच्चा ही है अभी  भी ...!अभी  तो बहुत कुछ करना है .....अभी तो बहुत दूर जाना है ............जीना है जीवन भरपूर ...स्वयं और स्वजनों के लिए भी ..........अगला जन्म लेने से पहले .....अलंकृत करना है ...... नेह से स्वयं को और स्वजनों को भी ......तुम्हारी तरह बनना है माँ ...!!इसलिए प्रभु से हर पल प्रार्थना करती हूँ ...उजला कर देना , प्रभु मन ....यही कामना है ...!ताकि तुम्हारे पास आऊँ तो तुम्हें शिकायत का मौका न मिले ....!!


                                      **************************************************

                                       ये जीवन की अनगिन कहानी गहूँ मैं ...!!

स्वर की कल्पनातीत  उड़ान .....
एक आशातीत  मुस्कान ...
यही है   जीवन  ..!

 इक पल , इक बूँद सी बन ...
देती स्पंदन .....!
या सूरज की स्नेहिल  किरण ....
 बनी नारंगी रंग ...
रंगे   जीवन ....
रंगे   तन-मन ....!!

कभी मन जो डोले ..
हवा सी उडूँ मैं ......!!

कभी मन जो उमड़े ...
घटा सी घिरूँ मैं ...
बरसती झमाझम ..
कभी मन जो बोले ...!!
ये भेद जिया के ...
यूँ हंस-हंस के खोले ...!!


मरू में बनाऊं..
मैं अपना ठिकाना ...
तरू में समाऊँ ...
मैं दूं आशियाना ...
है आकाश मेरा ..
मैं उन्मुक्त पाखी ...!!
उडूँ यूँ मैं देखूं ..
धरा की ये झांकी ....

ये जीवन बसा है ,
समाया है मुझमे ...
बहूँ बन के नदिया..
 रवानी बनू मैं ...
ये जीवन की अनगिन
कहानी गहूँ मैं ...!


40 comments:

  1. नमन माँ |
    शुभकामनायें ||

    ReplyDelete
  2. बहुत सुंदर रचना

    मां मेरे गुनाहों को कुछ इस तरह धो देती है,
    जब वो बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है।।

    ReplyDelete
  3. सुन्दर कविता!
    आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हों!
    जन्मदिन की अशेष शुभकामनाएं:)

    ReplyDelete
  4. हृदयस्पर्शी ...... माँ को नमन

    ReplyDelete
  5. जीवन की सारगर्भित कहानी ... बहुत ही गहरा

    ReplyDelete
  6. .बहुत ही हृदयस्पर्शी रचना. माँ को नमन....जन्मदिन की शुभकामनाएं........

    ReplyDelete
  7. कितना कुछ आनन्दमयी है जीवन में..

    ReplyDelete
  8. बहुत ही सुन्दर रचना...
    जन्मदिन की शुभकामनाये :-)

    ReplyDelete
  9. जननी के लिए अप्रतिम उदगार .,हमारे शब्द पुष्प मातृ शःक्ति को अर्पण . जन्मदिन की हार्दिक बधाई .

    ReplyDelete
  10. आप की सोची हुई मनोकामनाएं पूर्ण हो ....
    जन्म दिन की शुभकामनाएँ!

    ReplyDelete
  11. जन्मदिन की शुभकामनाये :-)
    बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति.

    ReplyDelete
  12. बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति.


    माँ है मंदिर मां तीर्थयात्रा है,
    माँ प्रार्थना है, माँ भगवान है,
    उसके बिना हम बिना माली के बगीचा हैं!

    संतप्रवर श्री चन्द्रप्रभ जी

    आपको मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

    ReplyDelete
  13. जन्म दिन की शुभकामनाएँ!
    बहुत ही सुन्दर रचना.


    माँ के लिए ये चार लाइन
    ऊपर जिसका अंत नहीं,
    उसे आसमां कहते हैं,
    जहाँ में जिसका अंत नहीं,
    उसे माँ कहते हैं!

    आपको मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

    ReplyDelete
  14. कहते हैं स्त्री जब शिशु को जन्म देती है तो वह उसके लिए भी दूसरा जन्म होता है.. इसलिए आज का दिन मदर्स दे के साथ आपके और माता जी के सालगिरह का दिन भी हुआ.. इतने सारे संयोग के साथ, बहुत बहुत शुभकामनाएं!!बधाई!!

    ReplyDelete
  15. ह्रदय स्पर्शी ..माँ को नमन और आपको जन्मदिन की शुभकामनाएँ .

    ReplyDelete
  16. प्रभावशाली रचना| जन्मदिन की हार्दिक बधाई|

    ReplyDelete
  17. कभी मन जो उमड़े ...
    घटा सी घिरूँ मैं ...
    बरसती झमाझम ..
    कभी मन जो बोले ...!!
    ये भेद जिया के ...
    यूँ हंस-हंस के खोले ...!!
    बहुत सुन्दर. मातृ-दिवस की शुभकामनाएं.

    ReplyDelete
  18. है आकाश मेरा ..
    मैं उन्मुक्त पाखी ...!!
    उडूँ यूँ मैं देखूं ..
    धारा की ये झांकी ....
    कविता का यह रूप मन को झकझोर गया...... अनंत आकाश में उड़ने की कामना....... आपको इश्वर ऊँचाइयाँ प्रदान करे..... यही शुभकामना है.
    'धरा' की जगह 'धारा' लिखने से अर्थ बदल गया है. संशोधन की आवश्यकता है.

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत आभार ...संशोधन कर दिया है ....!!

      Delete
  19. अच्छी पोस्ट!
    --
    मातृदिवस की शुभकामनाएँ!

    ReplyDelete
  20. .माँ तुझे सलाम...

    ReplyDelete
  21. मदर्स दे की शुभकामना और बहुत अच्छी रचना के लिए बधाई -----------आपका जीवन खुशियों से भरा रहे |

    ReplyDelete
  22. मेनी हैप्पी रिटर्न्स ऑफ द डे!

    यादगारों के झरोखे से लिया गया फोटो लाजवाब है। बहुत कुछ तो यही बयां कर जाता है।

    आज के दिन जो आपने संकल्प लिया है, वह क़ाबिले तारीफ़ है। हर खास दिन को य्दि हम संकल्प लें कुछ अच्छा, कुछ नया और कुछ सार्थक, तभी इन दिनों की सार्थकता है। आज का दिन तो अन्य कारणॊ से भी आपके लिए खास है।
    बहूँ बन के नदिया..
    रवानी बनू मैं ...
    ये जीवन की अनगिन
    कहानी गहूँ मैं ...!

    ReplyDelete
  23. अनुपमा जी, आपको जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई ! कल दिन भर मैं व्यस्त रही पर मन में बराबर यह स्मरण था कि आज आपका भी जन्म दिन है...आपके संकल्प पूर्ण हों, इसी तरह प्रभु की कृपा आप पर बनी रहे, आपके अंतर की खुशबू से यह दुनिया कुछ और सुवासित हो...आपकी माँ तक अभी भी आपका प्रेम पहुँच ही रहा है मिलकर शिकायत नहीं होगी ऐसा क्यों...एक बार फिर ढेर सारी शुभकामनायें...

    ReplyDelete
    Replies
    1. अनीता जी बहुत बहुत आभार ...!!आपकी भावनाओं को पढ़ कर अभिभूत हो गई ...!!आपसे गुरु जी के माध्यम से भी मन जुड़ा हुआ है |कई बार अपने ही अंदर की नकारात्मकता मन कचोटती है ...!!बस उसी से जूझती हूँ ......उसे सतह पर नहीं आने देती .....!!
      आपकी हर पोस्ट से आपकी आस्था ,श्रद्धा ,प्रेम और यही सकारात्मक भाव लेती रहती हूँ ,जो मुझे अपने आप में कभी कम से लगने लगते हैं ...!!आपके शुभ भाव पढ़ कर ....शुभ वचन पढ़ कर ...आज मैं बहुत खुश हूँ ....!!लग रहा है गुरु जी का आशीर्वाद मिल गया ....!!

      Delete
  24. जन्मदिन की शुभकामनाएँ!!!
    सुंदर सपने संजोई सुंदर रचना!!!

    ReplyDelete
  25. सर्व प्रथम ... जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं ....

    आज जो आपने बनने की चाहत कही है .... स्पंदित होने की लिए बूंद सी बनूँ ... कभी घाटा बन बरस जाऊन ...तो सूर्य बन चमकूँ .... तरु जैसा स्वभाव हो ... नदिया जैसी रवानी हो .... ॥बस आपके सुर में मेरा सुर भी मिला हुआ है ...आपके सभी संकल्प पूर्ण हों ....

    बहुत सुंदर प्रस्तुति

    ReplyDelete
  26. जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं, अनुपमा जी।
    आपके मन के अप्रतिम उद्गार फलीभूत हों।
    शब्दों और भावों का सुंदर संयोजन।

    ReplyDelete
  27. बहुत ही सुन्दरता से शब्द गढ़े हैं... inspire करती, उल्लास भरती रचना...
    जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं !!
    सादर,
    मधुरेश

    ReplyDelete
  28. आमीन! जन्मदिन की बहुत शुभकमनाएं ,बधाई ! ..तनिक विलंबित राग !

    ReplyDelete
  29. जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं

    ReplyDelete
  30. जीवन का सार लिख दिया है आपने ... जनम दिन की बहुत बहुत मंगल कामनाएं ...

    ReplyDelete
  31. आप सभी का ह्रदय से आभार व्यक्त करती हूँ ...!!
    मेरे मन के भावों को आपने पढ़ा ...समझा और सराहा .....!
    जीवन में सार्थकता बढ़ने लगती है ....
    जीवन नदिया बढ़ने लगती है .....
    अपना मार्गदर्शन युहीं देते रहे ......!!!!!
    सभी सुधि पाठकों का पुनः आभार .....!!

    ReplyDelete
  32. आने में तो विलंब कर ही दिया ... पर जन्‍मदिन की बहुत-बहुत बधाई अनंत शुभकामनाओं के साथ आपके जीवन का हर लम्‍हा खुशियों भरा हो ... यही ख्‍वाहिश है मेरी ..

    ReplyDelete
  33. स्वर की कल्पनातीत उड़ान .....
    एक आशातीत मुस्कान ...
    यही है जीवन ..!
    सचमुच यही है जीवन....
    बहुत सुंदर रचना एवं जन्मदिवस के लिए सादर शुभकामनायें...

    ReplyDelete

नमस्कार ...!!पढ़कर अपने विचार ज़रूर दें .....!!