31 December, 2013

ह्रदय कमल खिलाना चाहती हूँ मैं ........!!!!!




ज़िंदज़गी तुझे गुनगुनाना चाहती हूँ  मैं

भोर के  स्पर्श से
भावों की अनंत रश्मियाँ
शब्दों का प्रकाश बन
लुटाना चाहती हूँ मैं
ह्रदय कमल खिलाना चाहती हूँ मैं

नदी की चंचल लहरों के संग
भावों की बन तरंग
शब्दों के बहाव में 
समुन्दर तक जाना  चाहती हूँ मैं

अनंत आकाश के विस्तार में
भावों की  बन उमंग 
शब्दों के  पंख लगा  
चिड़िया सी उड़ जाना चाहती हूँ मैं
चहचहाना चाहती हूँ मैं 

किसी वृद्ध की भावनाओं का
सम्बल बन
शब्दों का  हाथ थाम
वक़्त के साथ
बस वहीँ रुक जाना चाहती हूँ मैं

भावों की बंजर ज़मीन सी
सूखी आँखों में
शब्दों की कुछ हरियाली लिए
एक पात सी खिल जाना चाहती हूँ मैं
जीवन चाहती हूँ मैं

सूखी हुई रेत पर भावों के आँसू बो
शब्दों की मुस्कुराहटों के
फूल खिलाना चाहती हूँ मैं

हाँ मुस्कुराना चाहती हूँ मैं


ज़िंदज़गी तुझे गुनगुनाना चाहती हूँ  मैं.......................... !!


सिर्फ सांस  लेना ही तो जीवन नहीं।हम  सभी के मन में पलती  हैं ऎसी ही छोटी छोटी अनेक इच्छाएं। …!! यही छोटी छोटी इच्छाएं लिए अब 2014 में प्रवेश कर रहा है हम  सभी का मन। …!!
नव वर्ष २०१४ की आप सभी को अनेकानेक शुभकामनायें !!ईश्वर करे यह नया वर्ष आप सभी के जीवन में अनेक अनेक खुशियां लाये। उज्जवल  प्रकाश से भरा रहे मन.....जिंदगी सदा गुनगुनाये ……  मुस्कुराये

18 comments:

  1. सूखी हुई रेत पर भावों के आँसू बो
    शब्दों की मुस्कुराहटों के
    फूल खिलाना चाहती हूँ मैं

    हाँ मुस्कुराना चाहती हूँ मैं


    ज़िंदज़गी तुझे गुनगुनाना चाहती हूँ मैं.......................... !!

    वाह!

    शुभकामनाएं!

    ReplyDelete
  2. परमात्मा से यही प्रार्थना है कि आपकी ये 'छोटी-छोटी' इच्छाएँ पूरी करें.. क्योंकि यही वे कोमल तत्व हैं जिनसे सृजन होता है आपकी सम्वेदनशील कविताओं का!!
    शुभकाम्नाएँ स्वीकारें हमारी आप्के और आपके परिवार के लिये!!

    ReplyDelete
  3. बहुत खुबसूरत रचना..

    ReplyDelete
  4. नव वर्ष कि शुभकामनाए

    ReplyDelete
  5. नवागत वर्ष सन् 2014 ई. की हार्दिक शुभकामनाएं

    ReplyDelete
  6. नए साल पर हमारी भी यही कामना है कि आप सदा मुस्कुराएं ..

    ReplyDelete
  7. जिन्दगी को गुनगुनाएं...नये वर्ष के हर दिन आप मुस्कुराएँ

    ReplyDelete
  8. बहुत खूबसूरत रचना।
    नववर्ष की ढेरों मंगल कामनाएँ

    ReplyDelete
  9. अनुपम भावाभिव्यक्ति.

    नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ अनुपमा जी.

    ReplyDelete
  10. बहुत सुंदर रचना ...!
    नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए...!
    RECENT POST -: नये साल का पहला दिन.

    ReplyDelete
  11. भावो की
    बेहतरीन........आपको भी नववर्ष की शुभकामनायें

    ReplyDelete
  12. उलीचिये..उलीचिये..हम समेत रहे हैं.. शुभकामनाएँ..

    ReplyDelete
  13. @ सिर्फ सांस लेना ही तो जीवन नहीं
    बिलकुल सही कहा है !

    आपको भी नववर्ष की शुभकामनायें !

    ReplyDelete
  14. बहुत सुंदर----
    उत्कृष्ट प्रस्तुति
    नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाऐं----

    ReplyDelete
  15. यूँ ही गाती रहे मुस्कुराती रहें...
    सुन्दर रचना.
    नव वर्ष की हार्दिक मंगलकामनाएँ!

    ReplyDelete
  16. आप यूँ ही प्रयासरत रहें और हमें आपकी रचनाओं का आनंद मिलता रहे. अति सुन्दर. नव-वर्ष की ढेर सारी शुभकामनायें.

    ReplyDelete
  17. छोटे छोटे बिम्बों में जीवन की जीवन्तता का सुन्दर वर्णन .आपको भी नववर्ष की शुभ कामनाए

    ReplyDelete

नमस्कार ...!!पढ़कर अपने विचार ज़रूर दें .....!!