15 March, 2011

भविष्य की ओर.....!!!!

अतीत प्रतीत होता है -
प्रतिपल मेरी  प्रत्येक 
कृति में  मुझे -
परिमार्जित-
परिलक्षित- 
करता हुआ -
मेरी सोच-
मेरा आचरण -
निबद्ध है सदा ही -
मेरे वर्तमान से -
उंगली पकड़कर -
साथ -साथ चलता है -
प्रतिपल प्रतिफल उसका -
अब परिभाषित करता हुआ -
मुझे ....!!
निमृत होतीं हैं -
नवल दिशाएँ -
प्रबल आशाएं-
भविष्य की ..........!!
कृति से सुकृति -
दर्शन से सुदर्शन की ओर-
अतीत वर्तमान को थामे -
अब बढ़ रहा है भविष्य की ओर ........!!!!! 


अनुपमा त्रिपाठी
''सुकृति "

30 comments:

  1. भविष्य की ..........!!
    कृति से सुकृति -
    दर्शन से सुदर्शन की ओर-
    अतीत वर्तमान को थामे -
    अब बढ़ रहा है भविष्य की ओर

    जीवन यही है ..हमें आगे बढ़ना चाहिए ..लेकिन जीवन का लक्ष्य साथ रहना चाहिए ....आध्यात्मिक भावों से सजी आपकी कविता गहरे अर्थ सम्प्रेषित करती है ...आपका आभार

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  2. बहुत सुन्दर भाव ...अतीत से भविष्य की ओर जाते हुए ..

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  3. मेरा आचरण -
    निबद्ध है सदा ही -
    मेरे वर्तमान से -
    उंगली पकड़कर -
    साथ -साथ चलता है -
    प्रतिपल प्रतिफल उसका - bahumulya khyaal

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  4. बहुत ही सुंदर पोस्ट अनु जी होली की रंग विरंगी शुभकामनाएं |

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  5. सुन्दर प्रस्तुति!
    बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!

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  6. अतीत का प्रभाव जीवन में बना रहता है, जब कम होता है तो हमें नयी दिशायें मिल जाती हैं, जब अधिक होता है तो वही भाव गहन हो जाते हैं।

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  7. सुन्‍दर भावमय करते शब्‍द ।

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  8. चलना ही जीवन है
    शुभकामनाये

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  9. शानदार प्रस्तुति... अतीत से होकर वर्तमान से गुजरते हुए भविष्य की ओर ले जाती हुई ।
    होली की हार्दिक शुभकामनाओं सहित...

    टिप्पणीपुराण और विवाह व्यवहार में- भाव, अभाव व प्रभाव की समानता.

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  10. आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
    प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
    कल (17-3-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
    देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
    अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।

    http://charchamanch.blogspot.com/

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  11. vandana ji bahut bahut dhanyavad meri rachna ko charcha -manch par lene ke liye.

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  12. अनुपमा जी होली की रंगभरी शुभकामनाएं |

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  13. दर्शन से सुदर्शन की ओर-
    अतीत वर्तमान को थामे -
    अब बढ़ रहा है भविष्य की ओर

    बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति

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  14. दर्शन से सुदर्शन की ओर-
    अतीत वर्तमान को थामे -
    अब बढ़ रहा है भविष्य की ओर

    बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति

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  15. past and present together make the future.... very deep and beautiful poem.Good Anupama and keep going.

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  16. past and present together make the future.... very deep and beautiful poem.Good Anupama and keep going.

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  17. wonderful narration of journey from past to future. which find expressions in present.

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  18. आप को सपरिवार होली की हार्दिक शुभ कामनाएं.

    सादर

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  19. होली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं। ईश्वर से यही कामना है कि यह पर्व आपके मन के अवगुणों को जला कर भस्म कर जाए और आपके जीवन में खुशियों के रंग बिखराए।
    आइए इस शुभ अवसर पर वृक्षों को असामयिक मौत से बचाएं तथा अनजाने में होने वाले पाप से लोगों को अवगत कराएं।

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  20. बहुत सुन्दर भाव और उनकी अभिव्यक्ति..होली की हार्दिक शुभकामनायें !

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  21. अतीत ऐसे ही वर्तमान को थामे और वर्तमान जब ज़रूरत हो अतीत का साथ दे ... कितना प्रेम मेय जीवन हो जाएगा ...
    आपको और समस्त परिवार को होली की हार्दिक बधाई और मंगल कामनाएँ ....

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  22. भविष्य की आधारशिला वर्तमान है ओर वर्तमान की जड़ें अतीत में होती हैं।
    यह काल यात्रा निरंतर गतिमान रहे।

    होली पर्व की अशेष शुभकामनाएं।

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  23. vartaman ,ateet aur bhavisya ke samanway ka sundar samayojan...

    bahut khoob...

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  24. सार्थक प्रस्‍तुति के लिए बधाई स्‍वीकारें।

    होली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं।
    धर्म की क्रान्तिकारी व्या ख्याa।
    समाज के विकास के लिए स्त्रियों में जागरूकता जरूरी।

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  25. जैसा हम सोचते हैं या जो करते हैं उसके परिणाम से हम भाग नहीं सकते |हमारा भविष्य हमारे अतीत के प्रतिफल से प्रतिपल जुड़ा रहता है |यही भाव से ये कविता लिखी है |मेरी इस कविता पर अपने विचार देने के लिए आप सभी का आभार |

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  26. Sundar bhavo ko vykt karti hui..aabhar

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  27. anupma Ji,
    sambhavtaya pahli baar aapko padhne ka saubhagya mila..sabhi rachnayen man ke kareeb pahunchi hain..bahumulya aur sarthak lekhan..bahut bahut shubkamnayen..

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  28. अतीत वर्तमान को थामे -
    अब बढ़ रहा है भविष्य की ओर

    और यह भविष्य बहुत सुखद हो, स्वर्णिम हो और आशाओं से भरपूर हो यही कामना है !

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नमस्कार ...!!पढ़कर अपने विचार ज़रूर दें .....!!