प्रेम की बोली ,
रंग रंगीली होली
चन्दन रोली
सूर्योदय सी
उदित प्रमुदित
खिली आशाएँ
शुभ जीवन
राग अनुराग सा ,
खिला है मन
लाई प्रभास
किरणों की टोली
आई है होली
मन पलाश
ज्यों अबीर गुलाल
है लाल लाल
शील संतोष
केसर रंग घोरी
अबकी होरी
शुभकामना
रंग माथे लगाऊँ
होरी रचाऊँ
है रंग रंग
सतरंग उमंग
बाजे मृदंग
रंग अबीर
गुलाल लाल लाल
मचा धमाल
भई पलाश
रंग गई मनवा
अबकी होरी
मन रसना
रंग भरे सपने
नैन बसना
रंग लगाऊँ
पलाश बोरी घोरी
अबकी होरी
भव सागर
पार करो श्यामा
भरो गागर
प्रीत चढ़ाऊँ
संग श्यामा के नाचूँ
फागवा गाऊँ
मन मोहन
मैं बांस की बांसुरी
उर आनंद
रंगी गुलाबी
ओढ़ी प्रीत पिया की
खिला जीवन
बरस रहा
बादलों से फागुन
शुभ सगुन
गावन गुण
बरसता फागुन
सरस मन
बहुत सुंदर रचनाऐं ।
ReplyDeleteहृदय से आभार शास्त्री जी ,होली के शुभावसर पर आपने मेरे हाइकु चर्चा मंच पर लिए ....!!
ReplyDeleteसुंदर हाइकूज़...रंगों से सराबोर होली की शुभकामनायें...
ReplyDeleteरंग भरी हो सबकी होली, ढेरों शुभकामनायें।
ReplyDeleteहोली के रंग बिरंगे रंगों को इन हाइकू में बाखूबी उतारा है आपने ..
ReplyDeleteबधाई होली और इस रचना की ...
बहुत ही सुन्दर होली के हाइकू,आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteरंगोत्सव पर मंगलकामनाएं स्वीकारें !!
ReplyDeleteसुंदर,अतिसुंदर
ReplyDeleteसुंदर,अतिसुंदर
ReplyDeleteसुंदर हाइकू ...!
ReplyDeleteसपरिवार रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाए ....
RECENT पोस्ट - रंग रंगीली होली आई.
इस रंगारंग रचना से मन झूम उठा है. होली की शुभकामनाएं!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर हाइकु...होली की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं!
ReplyDeleteसभी हाइकु एक से बढ़कर एक सुन्दर और होरी के रंग में डूबे हुए. हार्दिक बधाई.
ReplyDeleteसभी हाइकु बहुत सुन्दर व् सार्थक हैं
ReplyDeleteवाह कैसी इन्द्रधनुषी छटा बिखेरते हाइकू ...बहुत सुंदर ...
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति..होली की शुभकामनाएँ
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