पसरा मौन ...
बिखरे हैं सुमन ....
आया है कौन ...?
रूह छू जाए ....
वसुंधरा मुस्काए ...
आस जगाए ...
धुंध मिटती .....
वेदना है छंटती .....
पुष्प बिखरे ...
रौशन लम्हें ...
जो रुक जाएँ यहीं ...
बीतें न पल ...
खिली लालिमा .......
देती अब सन्देश .....
मिटी कालिमा ...
उगता सूरज ....
करता है निहाल ...
छाया प्रकाश ...
छूकर तुम्हें ...
आई है मेरे द्वार ....
चंचल हवा ....
महके मन .....
भीनी सी है पवन ...
गुनगुनाऊँ ....
बहुत सार्थक व सुंदर हाईकू, शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
वाह !!! सुंदर अहसासों से भरे बेहतरीन हाइकू ,आभार,
ReplyDeleteRECENT POST : क्यूँ चुप हो कुछ बोलो श्वेता.
बहुत प्यारे हायकू अनुपमा जी...
ReplyDeleteसुन्दर एहसास....
अनु
एक नयापन, जीवन बहता।
ReplyDeleteहमेशा की तरह हृदयस्पर्शी पावन भाव
ReplyDeleteसुंदर चित्रों के साथ सुंदर रचना |
ReplyDeleteसुन्दर हाइकु.
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रस्तुति.... अनुपमा जी
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत एहसास .... बेहतरीन हाइकु
ReplyDeleteबहुत सुंदर हाईकू...शुभकामनाएं...
ReplyDeleteछूकर तुम्हें ...
ReplyDeleteआई है मेरे द्वार ....
चंचल हवा ....
महके मन .....
भीनी सी है पवन ...
गुनगुनाऊँ ....
वाह ... बेहतरीन हाइकु
वाह तुकांत हाइकू की बात ही कुछ ओर है ...
ReplyDeleteबहुत ही लाजवाब ...
छूकर तुम्हें ...
ReplyDeleteआई है मेरे द्वार ....
चंचल हवा ...
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चंचल हवा .. निश्चल हवा ...
सभी बहुत सुन्दर ।
ReplyDeleteखिली लालिमा .......
ReplyDeleteदेती अब सन्देश .....
मिटी कालिमा ...
उगता सूरज ....
करता है निहाल ...
छाया प्रकाश ...
बेहतरीन हाइकु शुभकामनाएं.
आपकी यह प्रस्तुति कल के चर्चा मंच पर है
ReplyDeleteकृपया पधारें
मेरे हाइकु चर्चा मंच पर लेने हेतु बहुत आभार दिलबाग जी ....
Deleteबहुत सुंदर भावभीने हाइकू अनुपमा
ReplyDeleteशुभकामनाएं...
वाह सभी एक से बढ़ कर एक
ReplyDeleteबहुत खुबसूरत रचना अभिवयक्ति.........
ReplyDeleteइस विधा में भी आप कमाल करती है , , गोपद में सिन्धु भरती है .
ReplyDeleteबहुत सुंदर ...
ReplyDeleteवाह! बेहद उम्दा लेखन | लाजवाब रचना |
ReplyDeleteकभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
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ReplyDeleteखूबसूरत एहसासों का भंडार हैं आपके हाइकू ......बधाई !
वाह! क्या बात है बहुत ख़ूब!
ReplyDeleteहल्का हल्का सा पवन का स्पर्श कराते सुंदर हाइकू..बधाई अनुपमा जी.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर....बेहतरीन प्रस्तुति !!
ReplyDeleteपधारें बेटियाँ ...
bahut sundar moti jaise haar ka ...
ReplyDeleteबेहतरीन अंदाज
ReplyDeleteमाँ वैष्णो देवी
सुंदर हायकू....सब के सब
ReplyDeleteसुंदर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteमहके मन .....
ReplyDeleteभीनी सी है पवन ...
गुनगुनाऊँ ....भाव कणिकाओं से सुन्दर हाइकु .
आभार आप सभी का ...!!
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