अनुभूति ...से अनुभूत ...
अनुभूति से अनुरंजित ...
अनुभूति के अनुकूल ...
अनुभूति से अनुरक्त ...
अनुभूति से अभिभूत ...
अनुभूति का अनुनेह ...
अनुभूति की अनुगूंज ...
अनुभूति की अनुशंसा ...
अनुभूति की अनुकृति ...
ऐसे ही बह चली ....
अनुभुति से सुकृति...
अनुभूति की सुकृति ....
इसी प्रकार आनंदमई यात्रा चलती रहे .....
आप सभी से सौहार्द्र अपेक्षित .....
सादर आभार ....!!
ब्लॉग की तीसरी वर्षगांठ ...सुखद अनुभूति हुई ..... बधाई और शुभकामनायें
ReplyDeleteआदरेया अनुपमा जी ब्लॉग की तृतीय वर्षगाँठ हेतु हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं यह सुनहरा सिलसिला यूँ ही आगे बढ़ता जाये और नए आयाम कायम करे. सादर
ReplyDeleteबहुत - बहुत बधाई
ReplyDeleteऔर ढेरों शुभकामनायें !!
बहुत बधाई और शुभकामनायें!
ReplyDeletebahut-bahut badhai ...........hame bhi bahut kuch anubhuti hoti aapki sundar shabdon se saji rachna se ..........
ReplyDeleteऐसे ही अनंतकाल तक बहती रहे अनुपम सुकृति ....
ReplyDeleteब्लॉग की तीसरी वर्षगाँठ पर बहुत-बहुत बधाई
एवं शुभकामनाएं
सादर
यूँ ही अनवरत चलती रहे आपकी ब्लॉग यात्रा... हार्दिक बधाई व ढेर सारी शुभकामनाएं...
ReplyDeleteआभार संध्या जी ब्लोग्वार्ता पर आज 'सुकृति' को स्थान दिया ...!!
Deleteतीसरी वर्ष गांठ की बधाई और शुभ कामनाएं
ReplyDeleteLATEST POST सुहाने सपने
अनुपम अनुभूति....
ReplyDeleteसुकृति की अनुपमा का अभिनन्दन...
अनुलता का अपनापन...
:-)
बहुत सुन्दर और आत्मीय अभिव्यक्ति अनु .....!!
Deleteबहुत बहुत आभार .....!!
अनुभुति और अनुभूति दोनों का अंतर मन को भ्रमित कर गया ......
ReplyDeleteआभार अंतर बताने के लिए ...!सब जगह अनुभूति ही होना चाहिए था ...!!अब ठीक कर दिया है ....!!
Deleteब्लोगिंग के तीन वर्ष पूरा करने के लिए बहुत२ बधाई,शुभकामनाए,,,
ReplyDeleteRecent post : होली की हुडदंग कमेंट्स के संग
आज की ब्लॉग बुलेटिन क्यों 'ठीक है' न !? - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार शिवम भाई ....!!
Deleteहार्दिक बधाई ...
ReplyDeleteब्लॉग की तीसरी वर्षगाँठ पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें, अनुपमा दीदी !
ReplyDeleteतीसरी वर्षगाँठ पर हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई.
ReplyDeleteबहुत आभार यशोदा ....हलचल पर अपनी रचना की हलचल देख मन खुश हो रहा है .....!!
ReplyDeletesunder rachna | bahut bahut badhai |
ReplyDeleteअनुभूतियाँ इसी सहजता से बहती चली आयें -ब्लाग सरसाती और पाठक का मन हरषाती रहें !
ReplyDeleteहार्दिक बधाई !
ब्लॉग की तीसरी वर्षगाँठ की हार्दिक शुभकामनाये.
ReplyDeleteutam**
ReplyDeleteब्लॉग की तीसरी वर्षगाँठ ...बहुत बहुत बहुत मुबारक हो...यूहीं लिखती रहिये सतत ....
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई यू ही जारी रहे ये सफर
ReplyDeleteIsi tarah Anubhooti se anubhoot rahen, badhaee.
ReplyDeleteब्लॉग के तीसरे वर्षगांठ पर बहुत बहुत बधाई !
ReplyDeleteअनुपम 'अनुपमा' की अभिलिखित अनुभूति ..अभिशब्दित..अभिशब्दित ..अभिशब्दित..
ReplyDeleteयह अनुभूति तो संजीवनी है .... मूर्छित को होश में ले आये - शुभकामनायें
ReplyDeleteतीसरी वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई ... आशा है आगे भी बहुत कुछ सीखने को मिलता रहेगा आपसे ..
ReplyDeleteसादर
मधुरेश
♥
ब्लॉग की तीसरी वर्षगांठ पर बहुत बहुत बधाई !
आदरणीया अनुपमा जी
अनुपमा जी की अनुपम अनुभूतियों की सुकृतियों से ब्लॉग जगत सदैव आनंदित और लाभान्वित होता रहे... यही कामना है !
आपको सपरिवार नव संवत्सर २०७० की बहुत बहुत बधाई !
हार्दिक शुभकामनाएं-मंगलकामनाएं...
-राजेन्द्र स्वर्णकार
आपका संगीत शब्दों से स्वर निकाल लाता है, आप ऐसे ही लिखती रहें, तीसरी वर्षगाँठ की शुभकामनायें।
ReplyDeleteब्लॉग की तीसरी वर्षगांठ मुबारक हो ....
ReplyDeleteरचना पढ़ हुई ये सुखद अनुभूति,
अनुपमा की अनुभूति की सुंदर-सुकृति...
हो जैसे शीर्षक-गीत,सी अनुभूति...
रचना पढ कर लगा जैसे तुम्हारे ब्लॉग का title-song हो!!
बधाई ओर हार्दिक-शुभ कामनाएं साथ ही नव वर्ष की भी...
तुम्हारी लेखनी बस ऐसे ही चलती रहे ओर हम लोग तुम्हारे लेखन की गंगा में डुबकियां लगाते रहें.....
Tisari varshgath ki hardik subhkamnayen.
ReplyDeleteआप सभी का ह्रदय से आभार ....इन शुभकामनाओं के लिए ....!!
ReplyDeleteआपकी कवितायेँ केवल शब्दों की गूँज नहीं बल्कि ईश्वरीय प्रकृति और आत्मीय अनुभूति की कारक होती है . सुकून प्रदायी संगीत और शब्दों की जुगलबंदी , अतिशय प्रसन्नता का अनुभव कराती है . आप लिखती रहे अनन्त तक और हम हृदयानुभूति को संजोते रहे .
ReplyDeletemujhe der ho gayi thodi...fir bhi teen saal pure hone ki bahut bahut badhai aapko :) :)
ReplyDeleteआपके प्रयास ने ,अनुभूति के अनुप्रास ने, आज अनुभूति ही अनुभूति दे दी ....अति सुंदर।
ReplyDeleteआपके प्रयास ने और अनुभूति के अनुप्रास ने सुंदर रचना की अनुभूति करा दी ....
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