एक कलाकार कल्पना शील होता है !कुछ नया सोचना और उसको पूरा करना, इसी प्रयास मे लगा रहता है !
मेरे अंदर का कलाकार भी मुझे कभी सुस्ताने नहीं देता !!पिछले कई दिनों से अपने एक सपने को साकार करने मे प्रयासरत थी!!
आप सभी के लिए अपनी एक औडियो सी डी तैयार की है बहुत उम्मीद है आप पसंद करेंगे ...!!
आठ गाने हैं !
1-पायो जी मैंने राम रतन धन पायो - lyrics-traditional
2-ओ श्यामा भव सागर पार कराओ lyrics -Anupama tripathi
3-सखी साजन अबहुन आए lyrics-Ashish Rai
4-श्याम ने न आवन की ठानी-lyrics-Anupama Tripathi
5-आज रात चाँद को lyrics-Shobha Shrivastava
6-घिर आई कारी बदरिया lyrics-traditional
7- पिया पिया पुकारे दिल नदिया किनारे lyrics-traditional
8-महिया .....पंजाबी और हिन्दी lyrics-Anupama tripathi and punjabi lyrics-traditional .
एक ही तरह के गाने न लेकर अलग अलग रंग लिए हैं ताकि सभी को गाने पसंद आयें |
कई दिनों की मेहनत से गाने ढूँढे ,उन्हें स्वर बद्ध किया फिर रिकॉर्ड किया !!एक गाना आशीष भाई (राय )जी
का लिखा हुआ भी है |
अगर आप इसे सुनना चाहें तो tripathi_anupama@yahoo.com पर अपना पता भेज दें |वीपीपी से आपको सीडी भेज दी जाएगी |मूल्य 200/rs.है |वीपीपी शुल्क अलग |
पहला प्रयास है गलतियाँ भी ज़रूर हुई होंगी |उन्हें क्षमा करके आशा है आप मेरा प्रयास पसंद करेंगे ...!!
मेरे अंदर का कलाकार भी मुझे कभी सुस्ताने नहीं देता !!पिछले कई दिनों से अपने एक सपने को साकार करने मे प्रयासरत थी!!
आप सभी के लिए अपनी एक औडियो सी डी तैयार की है बहुत उम्मीद है आप पसंद करेंगे ...!!
आठ गाने हैं !
1-पायो जी मैंने राम रतन धन पायो - lyrics-traditional
2-ओ श्यामा भव सागर पार कराओ lyrics -Anupama tripathi
3-सखी साजन अबहुन आए lyrics-Ashish Rai
4-श्याम ने न आवन की ठानी-lyrics-Anupama Tripathi
5-आज रात चाँद को lyrics-Shobha Shrivastava
6-घिर आई कारी बदरिया lyrics-traditional
7- पिया पिया पुकारे दिल नदिया किनारे lyrics-traditional
8-महिया .....पंजाबी और हिन्दी lyrics-Anupama tripathi and punjabi lyrics-traditional .
कई दिनों की मेहनत से गाने ढूँढे ,उन्हें स्वर बद्ध किया फिर रिकॉर्ड किया !!एक गाना आशीष भाई (राय )जी
का लिखा हुआ भी है |
अगर आप इसे सुनना चाहें तो tripathi_anupama@yahoo.com पर अपना पता भेज दें |वीपीपी से आपको सीडी भेज दी जाएगी |मूल्य 200/rs.है |वीपीपी शुल्क अलग |
पहला प्रयास है गलतियाँ भी ज़रूर हुई होंगी |उन्हें क्षमा करके आशा है आप मेरा प्रयास पसंद करेंगे ...!!
बहुत सुन्दर व् सार्थक अभिव्यक्ति .नव वर्ष २०१४ की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteabhar ....aapko bhi .
Deleteबहुत बहुत बधाई और इस संग्रह की सफलता के लिए शुभकामनायें. कुछ महीनों में शायद दिल्ली आना होगा तो आपसे सीडी लेकर जाऊँगा.
ReplyDeleteबहुत खुशी की बात है मेरे लिए ...!!जब भी आयें ज़रूर बताएं !!
Deleteहृदय से आभार शास्त्री जी मेरी पोस्ट को चर्चा मंच पर देने हेत |
ReplyDeleteआपको ढेरों शुभकामनायें, स्वर में सरस्वती बसें।
ReplyDeleteआपके सतत प्रोत्साहन व शुभकामनाओं के लिए हृदय से आभार प्रवीण जी !!जीवन के इस पड़ाव तक आने में आप लोगों की शुभकामनाओं का असर भी रहा है !!पुनः हृदय से आभार ,स्नेह बनाए रहिएगा !!
Deleteबहुत सुन्दर.
ReplyDeleteशुभकामनाएँ
आभार राकेश जी ...
Deleteमेरे कर्ण पट तक इन आठो गीतों कि मधुर आवाज़ पहुच चुकी है . राम रतन धन को सुनकर ईश्वरीय अनुभूति और पंजाबी गीत से मिटटी कि सोंधी खुश्बू , मै भागयशाली हूँ कि मेरे शब्दो को अनुपम दी का स्वर मिला . मेरे शब्द अपनी मंजिल पाकर प्रफुल्ल है . बहुत ही मधुर संगीत और उत्कृष्ट गायन का फल है ये सी डी.
ReplyDeleteआपको भी बधाई आशीष जी !!
Deleteआपके लिखे हुए गीत में वो भाव हैं आशीष भाई जो सूर ,मीरा या कबीर के पदों में होते हैं !!विरह की वेदना जैसे बह निकली है .....इस गीत को गाकर वही अनुभूति हुई |आपकी लेखनी को नमन ।
Deleteहृदय से आभार आशीष भाई !!आपके शब्दों में बहुत शक्ति है और मैंने पूरी कोशिश की है उन भावों से जुडने की |मुझे तो आपका लिखा गीत ही सबसे ज्यादा पसंद आया |हाँ पंजाबी गीत भी सभी पसंद कर रहे हैं !!
ReplyDeleteबहुत बहुत शुभकामनाऐं आपका प्रयास सफल हो !
ReplyDeleteबहुत आभार
Deleteबहुत सुन्दर व् सार्थक अभिव्यक्ति ,... हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteहृदय से आभार माहेश्वरी जी ...आप सभी का प्रोत्साहन सतत मिलता रहा है जिससे ये कार्य सफल हुआ !!स्नेह एवं शुभाशीष बनाए रखें ...!!
Deleteशुभकामनाएं आपको ....
ReplyDeleteहृदय से आभार मोनिका जी ....समय समय पर टिप्पणी के रूप मे मिलता आप सभी का प्रत्साहन मन मे जोश भरता गया !स्नेह बनाए रहिएगा ....!!
Deleteशुभकामनाऐ ....आप सतत अपने सपनों को साकार करती रहे , आशिष जी को भी बधाई ।
ReplyDeleteहृदय से आभार अमृता जी .....आपकी शुभकामनायें साथ देती रहेंगी तो कदम भी आगे बढ़ते रहेंगे ...
Deleteढेरों बधाई और शुभकामनायें ... माँ सरस्वती की कृपा बनी रहे ...
ReplyDeleteहृदय से आभार दिगंबर जी ....आप सभी की शुभकामनाओं का ही नतीजा है यह ...स्नेह एवं शुभकामनायें बनाए रहिए ॥
Deletebahut bahut abhar Shivam bhai .
ReplyDeleteबधाई एवं शुभकामनाएँ..
ReplyDeleteहृदय से आभार समीर भाई !!शुभकामनाओं के बिना जीवन में कुछ भी हासिल कर पाना असंभव है !!मेरा सौभाग्य रहा आप सभी की शुभकामनायें मिलती रहीं ....स्नेह एवं शुभाशीष बनाए रहिएगा ॥!!
Deleteबहुत बहुत बधाई और ढेरों शुभकामनाएं अनुपमा जी......
ReplyDeleteआपके लिए बेहद उज्जवल और सुरीले भविष्य की कामना करती हूँ.
सस्नेह
अनु
बहुत बहुत आभार अनु ...तुम्हारा प्रेम पग पग पर साथ चलता रहा ....आशा है आगे भी चलता रहेगा ...हृदय से आभार ...
Deleteबधाई और शुभकामनाएँ..
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार देवेंद्र जी |समय समय पर आपकी शुभकामनायें मिलती रही हैं |स्नेह एवं शुभकामनायें बनाए रहिएगा !!
Deleteशिवम आपने भी यथासमय प्रत्साहित किया ....पुनः हृदय से आभार ....शुभकामनायें व स्नेह बनाए रहिएगा ...!!
ReplyDeleteशास्त्री जी आपका भी पुनः आभार आपने समय समय पर चर्चा मंच पर मेरी रचनाओं को स्थान दिया है और मुझे हमेशा प्रोत्साहन दिया है !!स्नेह एवं आशीर्वाद बनाए रहिएगा !!
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई...!!!
ReplyDeleteहृदय से आभार अनुपमा।स्नेह बनाए रखें .
Deleteमैं तो कब से कहने वाला था कि आपकी कविताएँ/गीत आपकी आवाज़ में एक साथ सुनने को मिलनी चाहिए... बधाई!! और शुभकाम्नाएँ!!
ReplyDeleteहृदय से आभार सलिल जी .आपकी शुभकामनायें काम कर गईं !बहुत खुशी मिल रही है इसे लोगों तक पहुंचा कर ....अच्छा रेस्पोंस आ रहा है ...!!ऐसे ही स्नेह एवं शुभकामनायें बनाए रहिए ...!!
Deleteहार्दिक बधाई बहन !आप अपनी स्वर सुरभि सदा इसी तरह बिखेरती रहें। रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु
ReplyDeleteआभार भैया ...स्नेह एवं आशीर्वाद बनाए रखें ....!!
Deleteअनुपमा जी बहुत बहुत बधाई, अवश्य ही हम आपकी मधुर आवाज में भजन सुनना चाहेंगे.
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