आस का पंछी ......
उड़े निर्बाध जब ...
कैसे रचाऊँ ..
नित नया सृजन ...
ये शब्द पूछें ...!!
उड़े बयार .....
शब्द उड़ा ले जाए ....
भरें उड़ान ...
पंख पसार ...
पंख पसार ...
उड़ जा उस पार ....
संदेसा ले जा ....
उड़ती जाऊं ...
मैं ढूंढ ढूंढ लाऊँ ...
शुभ सृजन.....
जागा सवेरा ....
अब उड़ते पंछी ...
नील वितान ....
जागा सवेरा ....
अब उड़ते पंछी ...
नील वितान ....
उड़ती जाऊं ...
ReplyDeleteमैं ढूंढ ढूंढ लाऊँ ...
शुभ सृजन.....
बहुत उम्दा,हाइकू बेहतरीन लगे ,,,
RECENT POST: दीदार होता है,
सहज और सरल वर्णन..सुन्दर..
ReplyDeleteजागा सवेरा ....
ReplyDeleteअब उड़ते पंछी ...
नील वितान ....
सारे हाईकू बहुत सुंदर हैं और गहन भाव लिये हैं.
बधाई.
sundar
ReplyDeleteकैसे रचाऊँ ..
ReplyDeleteनित नया सृजन ...
ये शब्द पूछें ...!!
अनंत विस्तार वाले संसार मे सृजन भी अनंत हो...शुभकामनाएँ !!
सबेरा कितने रंग भरता है!
ReplyDeleteउड़े बयार .....
ReplyDeleteशब्द उड़ा ले जाए ....
भरें उड़ान ..
...बहुत ही प्यारे हाइकू ..अनु ...!
जागा सवेरा ....
ReplyDeleteअब उड़ते पंछी ...
नील वितान ...
प्रकृति का अनुपम वर्णन
khubsurat shabd srijan
ReplyDeletepyare haiku :)
बहुत ही सुंदर हाइकू, शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामारम.
वाह बहुत ही सुन्दर सुन्दर हाइकू प्रस्तुत किये हैं. बधाई
ReplyDeleteउड़े बयार .....
ReplyDeleteशब्द उड़ा ले जाए ....
भरें उड़ान ..
कैसे न कहूँ
सर्वश्रेष्ठ हो तुम
मन मोहनी ......
हार्दिक शुभकामनायें
आपके इस स्नेह और प्रेम से अभिभूत हूँ ...!!मन खिल गया .....ह्रदय से आभार ...!!
Deletebahut sunndar anupama ji .waah
Deleteसृजन तो सृष्टि का अभिन्न अंग है . शब्दों और भावो के माध्यम में पल्लवित काव्य सृजन मानव कल्याण के प्रति सतर्क हो बस यही कामना है . बहुत सुन्दर लिखा है दी.
ReplyDeleteजागा सवेरा ....
ReplyDeleteअब उड़ते पंछी ...
नील वितान ....
nice.....
ReplyDeleteसुन्दर सृजन.
ReplyDeleteकैसे रचाऊँ ..
ReplyDeleteनित नया सृजन ...
ये शब्द पूछें ...!!बहुत सुन्दर
बहुत बढ़िया
ReplyDeleteअति सुंदर हाइकु
ReplyDeleteवाकई सुंदर ...
ReplyDeleteशुभकामनायें आपको !
जब शब्द भरे उड़ान तो अपना हो जाए नील वितान..
ReplyDeleteवाह बहुत सुन्दर बात अमृता जी ....!!
Deleteअच्छी लगी ...
वाह .. कमाल के हैं सभी हाइकू ...
ReplyDeleteवाह खूबसूरत हाइकु
ReplyDeleteबहुत सुन्दर सृजन... शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत खूब !बहुत खूब !बहुत खूब!कोमल पदावली और भाषा शैली में भाव कणिकाएं बिम्ब लिए जीवन का .
ReplyDeleteआती-जाती बयार में उड़ते शब्द इकठ्ठा हुए और रच गए हायकू !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर !
सभी 6 रचनाएं सुंदर हैं
ReplyDeleteसबेरा....बहुत बढ़िया रंग!!
ReplyDeleteBeautiful composition. Loved the second one :)
ReplyDeletebahut sundar
ReplyDeleteबहुत सुंदर हाइकू अनुपमा ,सुंदर शब्द और भाव भरे हाइकू
ReplyDeleteशुभकामनाएं .......!!
:) lovely
ReplyDeletesabhi haaiiku bahut badhiya!!