''ज़िंदगी एक अर्थहीन यात्रा नहीं है ,बल्कि वो अपनी अस्मिता और अस्तित्व को निरंतर महसूस करते रहने का संकल्प है !एक अपराजेय जिजीविषा है !!''
किसी कि यादों का सरमाया लगती है यह रचना . लोरी , ममता, लालन यानि माँ कि याद आ रही है शायद .
ऐसी कवितायें रोज रोज पढने को नहीं मिलती...इतनी भावपूर्ण कवितायें लिखने के लिए आप को बधाई...शब्द शब्द दिल में उतर गयी.
भावपूर्ण रचना के लिये बधाई !
सुन्दर भावों से सजाई रचना....
नमस्कार ...!!पढ़कर अपने विचार ज़रूर दें .....!!
किसी कि यादों का सरमाया लगती है यह रचना . लोरी , ममता, लालन यानि माँ कि याद आ रही है शायद .
ReplyDeleteऐसी कवितायें रोज रोज पढने को नहीं मिलती...इतनी भावपूर्ण कवितायें लिखने के लिए आप को बधाई...शब्द शब्द दिल में उतर गयी.
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ReplyDeleteसुन्दर भावों से सजाई रचना....
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