मृग से चंचल नयन ..
मदमाती चाल ...
मोर से पंख ...
जीवन से ऐसी सुरुचि ..
जो कर दे निहाल .. ...
जैसे जिजीविषा से भरी ...
नवयौवना का हाल ...
काश ऐसा हो सबके लिए ये नया साल ....!!
फूलों से रंग ...
चलो,कुछ-दर्द ..
थोड़े कांटे भी संग ...
पाखी सी उमंग ...
सुरों सी तरंग ...
आहत-अनाहत सम्मिलित ...
पूजा की घंटी सी नाद ....मन मंदिर पर इंगित ..
शुभ प्रभु-पाद
गुरु सी प्रवृत्ति ..
शिष्य सी लगन ..
पिता सी दृष्टि ..
माँ सा कर्म रत मन ...
जो कभी न हो बेहाल ...
काश ऐसा हो हम सबके लिए ये नया साल ....!!
सुदूर अनंत तक फैली आशाएं ...
जन्म लेतीं रहें ..प्रबल इच्छाएं ...
माझी का वो सुंदर गीत ...
प्रेम ही प्रेम दे मन मीत ..
मन में न रहे कोई मलाल ...
काश ऐसा हो हम सबके लिए नया साल ...!!
नववर्ष की सुन्दर प्रस्तुति…………नव वर्ष मंगलमय हो।
ReplyDeleteसुन्दर अभिलाषाएं..
ReplyDeleteजन्म लेतीं रहें ..प्रबल इच्छाएं ...
ReplyDeleteमाझी का वो सुंदर गीत ...
प्रेम ही प्रेम दे मन मीत ..
मन में न रहे कोई मलाल ...
काश ऐसा हो हम सबके लिए नया साल ...!!!आमीन
जन्म लेतीं रहें ..प्रबल इच्छाएं ...
ReplyDeleteमाझी का वो सुंदर गीत ...
प्रेम ही प्रेम दे मन मीत ..
मन में न रहे कोई मलाल ...
काश ऐसा हो हम सबके लिए नया साल ...!!
बहुत ही बढ़िया।
सादर
सुन्दर कामना से सजी रचना है .सार्थक सृजन, हमारी भी कामना है ..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर..
ReplyDeleteमाँ सा कर्म रत मन ...
जो कभी न हो बेहाल ...
काश ऐसा हो हम सबके लिए ये नया साल ....!!
काश ऐसा ही हो.......
नव वर्ष की सुंदर रचना................
ReplyDeleteवाह अनुपमा जी ...बहुत बढ़िया ..काश कि ऐसा ही हो नया साल
ReplyDeleteमन की सारी मुरादें हों पूरी
ReplyDeleteनया साल ऐसा हो!
आमीन!!
बहुत सुंदर
ReplyDeleteक्या कहने
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...वाह!
ReplyDeleteसुन्दर शब्दोद्गार, सबको नव वर्ष शुभ हो।
ReplyDeleteमाझी का वो सुंदर गीत ...
ReplyDeleteप्रेम ही प्रेम दे मन मीत ..
मन में न रहे कोई मलाल ...
काश ऐसा हो हम सबके लिए नया साल ...!!
सभी के लिए नया साल इस सुन्दर अभिव्यक्ति जैसा हो..
kalamdaan.blogspot.com
जन्म लेतीं रहें ..प्रबल इच्छाएं ...
ReplyDeleteमाझी का वो सुंदर गीत ...
प्रेम ही प्रेम दे मन मीत ..
मन में न रहे कोई मलाल ...
काश ऐसा हो हम सबके लिए नया साल ...!!
हमारी भी यही शुभकामनाएं ।
ऐसा ही होगा...जब कोई मासूम प्रार्थना सीधे दिल से निकलती है तो इधर उधर उड़ते देवदूत कहते हैं...तथास्तु !
ReplyDeletehaardik shubhkamnayein...sundar rachna
ReplyDeleteजन्म लेतीं रहें ..प्रबल इच्छाएं ...
ReplyDeleteमाझी का वो सुंदर गीत ...
प्रेम ही प्रेम दे मन मीत ..
मन में न रहे कोई मलाल ...
काश ऐसा हो हम सबके लिए नया साल ...!!
बहुत खुबसूरत अहसास...!!
मेरे और से भी बहुत बहुत शुभकामनायें...:)
काश !!!!! आपने जो लिखा वो सच हो जाये ...:) नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें... समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आप्क स्वागत है http://mhare-anubhav.blogspot.com/
ReplyDeleteबहुत सुन्दर अभिलाषा ...
ReplyDeleteआपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 29 -12 - 2011 को यहाँ भी है
ReplyDelete...नयी पुरानी हलचल में आज... अगले मोड तक साथ हमारा अभी बाकी है
आपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को नये साल की ढेर सारी शुभकामनायें !
ReplyDeleteबहुत ख़ूबसूरत रचना !
संगीता जी की हलचल से आपकी इस पोस्ट पर
ReplyDeleteआना हुआ. हमेशा की तरह एक और बेहतरीन
प्रस्तुति.नववर्ष बहुत बहुत शुभ हो.
बहुत खूब...उत्तम रचना...ऐसा ही मंगलमय वर्ष हो ये आपके लिए...
ReplyDeleteaapki prarthna kabool ho ji... :)
ReplyDeleteनव वर्ष की सुंदर प्रस्तुति,...
ReplyDeleteअनुपमा जी,मरी टिप्पणियाँ या तो स्पैम में है,या उसे डिलेट कर दिया गया,यदि मेरा आना आपके पोस्ट पर अच्छा नही लगता तो आप मना कर दे,
WELCOME to new post--जिन्दगीं--
आपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को नये साल की ढेर सारी शुभकामनायें !
ReplyDeleteबहुत ख़ूबसूरत रचना!
बहुत आभार ...भाव पसंद करने के लिए ....
ReplyDeleteखूबसूरत मंगलमय प्रस्तुति.
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनाएँ.