रचना मेरी ,
मनभावन बने ..
वरदान दो ..
पवन बहे ...
जियरा भरमाये ..
मनवा गाये ..
प्रेम ऐसा हो ...
जीवन रंग भरे ..
चढ़ता जाए ..
दुःख दे गया ..
बैरी पवन झोंखा ..
लट उलझी ...
बहती हवा ..
उलझा गयी लटें ...
जियरा डोले ..
बरस रही ...
सरस बदरिया .. ..
स्मृतियाँ लिए .. .....
तुम न आये ....
याद अब न जाए ...
किससे कहूँ ...?
बैरी मनवा ,
बात न माने मोरी ....
रैन जगाये ...
मन बतियाँ ,
कासे कहूं आली री...
पिया निर्मोही ...
नैना निहारें ..
सूनी भई डगर ...
पिया ना आये ...
नैना निहारें ..
सूनी भई डगर ...
पिया ना आये ...
निर्मोही संग ,
काहे नेहा लगाये .....
क्यों पछताए ..??
संक्षिप्त पर विस्तृत..
ReplyDeleteसभी हाइकू बहुत अच्छे लगे,,,उम्दा प्रयाश बधाई,,,,
ReplyDeleteRECENT POST समय ठहर उस क्षण,है जाता,
पढने से ऐसा लग रहा है जैसे कोई गीत गा रहा है । सुंदर रचना ।
ReplyDeleteसंगीतमय रचना जहाँ रस की कमी नहीं रही बात आनंद की तो वह बरसती रहेगी बदरिया बन .
ReplyDeleteसभी हाइकु मनोरम ...
ReplyDeleteउम्दा हाईकु!!
ReplyDeleteशुभ प्रभात
ReplyDeleteआनन्दित हुई
वाह ... बहुत खूब
ReplyDeleteबोलती तस्वीरों के साथ भाव अद्भुत है हायकू के . अनुपमा जी , बहुत ही सुन्दर..
ReplyDeleteचित्र के साथ
ReplyDeleteसजी ये रचनाएं
मन को भाए
सबी हाइकू बहुत अच्छे हैं!
ReplyDeleteवाह सभी हाइकू एक से बढ़ कर एक....अनुपमाजी..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भाव . छुटकू कविता अद्भुत प्रभाव .
ReplyDeletemujhe ye jaankari thi ki swar shabdo ko nahi gina jata... kya ye mera sochna sahi hai ya galat.. kripya marg nirdeshan karenge... maine bhi likha hia... isliye puchha
ReplyDeleteमाँगा वरदान एक
ReplyDeleteरचना मनभावन
बनी एक से एक
एक ही नहीं अनेक !
बहुत सरस मन भावन ! चित्रांकन भी भावनुसार !
ReplyDeleteअद्भुत हायकू....अनुपमा जी
ReplyDeleteबहती हवा ..
ReplyDeleteउलझा गयी लटें ...
जियरा डोले ...हाइकु की ठंडी हवा
बहुत अच्छे गढ़े शब्द.. सुन्दर हाइकु..
ReplyDeleteसादर
निर्मोही संग हिय लगाये , जिया पछताए !
ReplyDeleteवाह ...बेहतरीन !
आपकी प्रत्येक रचना में शब्द सुर में नृत्य से करते प्रतीत होते हैं !
bahut sundar:-)
ReplyDeleteदेखन में छोटन लगे घाव करे गंभीर |
ReplyDeleteA post full of life, positive energy and hope. Beautiful haiku:)
ReplyDeleteबरस रही ...
ReplyDeleteसरस बदरिया .. ..
स्मृतियाँ लिए .. .... छोटी छोटी पंक्तियों में समाये गहरे भाव..सुंदर रचना !